आशा कोठारी
देहरादून:
आखिरकार इजराइल- फिलिस्तीन संघर्ष के मध्य केंद्र सरकार व उत्तराखंड की धामी सरकार के समन्वय से उत्तराखंडी प्रवासी सकुशल अपने गृह प्रदेश आने में सफल हुए।
विदित हो. जब-जब भी विदेश में किसी भी प्रकार का संघर्ष या आपदा से भारतीयों का आमना – सामना होता है तो प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के दिशा -निर्देश के तहतविदेश मंत्रालय शीघ्र सक्रिय होकर अपने कर्तव्य का पालन करने पर जुट जाता है.. !इसी कर्तव्य परायणता के तहत इजराइल -फिलिस्तीन में हो रहे संघर्ष में फंसे भारतीयों को वतन वापसी के लिए मिशन ” ऑपरेशन अजय” प्रारंभ किया गया.!
केंद्र की मोदी सरकार की तत्परता का अनुमान इसी बात से लगाया जा सकता है कि इससे पूर्व सूडान में फंसे भारतीयों के लिए ऑपरेशन कावेरी.., तालिबान- अफ़गानिस्तान संकट में ऑपरेशन देवी शक्ति.., हो या रूस- यूक्रेन युद्ध संकट में ऑपरेशन गंगा.! मोदी सरकार प्रत्येक मिशन में सफल रही है यही नहीं किसी भी प्रकार के प्राकृतिक आपदा जैसे कोरोना काल में “बंदे भारत” मिशन हो या फिर “समुद्र सेतु” या फिर यमन सरकार व हौथी विद्रोहियों के आपसी संघर्ष के मध्य उत्पन्न संकट में आपरेशन राहत.. समय-समय पर केंद्र सरकार ने समस्त मिशनों को सफलतापूर्वक पूर्ण किया है.!सी प्रकार के मिशन ऑपरेशन अजय के तहत भारत सरकार की ओर से विशेष विमान से उत्तराखंडी नागरिक सुश्री आरती जोशी व आयुष मेहता इजराइल से नई दिल्ली सुबह 5:50 पर पहुंचे., जिनको उत्तराखंड के मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी के निर्देशानुसार सरकारी प्रतिनिधि द्वारा एयरपोर्ट पर रिसीव किया गया ! तत्पश्चात उन्हें नई दिल्ली स्थित उत्तराखंड भवन में रहने, खाने व मेडिकल सुविधा उपलब्ध कराकर उनके गंतव्य स्थान तक पहुंचाने की व्यवस्था की गई।
अनुमानतः 18000 (हजार ) से भी अधिक भारतीयों के इजराइल में फंसे होने की संभावना है। जिनकी वतन वापसी के लिए केंद्र व धामी सरकार कृत संकल्प है.! मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि इजरायल में संकट में रह रहे प्रत्येक नागरिक को सकुशल वापस लाया जाएगा।
केंद्र सरकार एवं उत्तराखंड की धामी सरकार के आपसी समन्वय से उत्तराखंडी प्रवासियों की सकुशल घर वापसी