जगधार (रानीचौरी) टिहरी गढ़वाल में कोठारी परिवार के द्वारा आयोजित श्रीमद्भागवत महापुराण कथा मर्मज्ञ भगवताचार्य श्री अनुराग कृष्ण शास्त्री ने कहा की भगवान अपने भक्ति भाव के भूखे होते हैं, जो जिस रूप व भाव में भगवान को याद करता है, भगवान उसी रूप में उसको अपना आशीर्वाद प्रदान करते हैं।

देहरादून/टिहरी गढ़वाल

  आशा कोठारी

कथा मर्मज्ञ भगवताचार्य श्री अनुराग कृष्ण शास्त्री ने कहा की भगवान अपने भक्तों की भक्ति भाव के भूखे होते हैं, जो जिस रूप व भाव में भगवान को याद करता है, भगवान उसी रूप में उसको अपना आशीर्वाद प्रदान करते हैं। मनुष्य को दयावान होने के साथ दीन दुखियों की सेवा के अलावा दान पुण्य भी करते रहना चाहिए। जिससे मनुष्य का यह जीवन तो सार्थक होगा, अगला जन्म भी सार्थक होगाl
ग्राम जगधार (रानीचौरी) टिहरी गढ़वाल में कोठारी परिवार के द्वारा आयोजित श्रीमद्भागवत महापुराण के महात्म्य का विस्तृत वर्णन करते हुए अनुराग कृष्ण शास्त्री ने कहा कि मनुष्य को गौ माता की सेवा भी करनी चाहिए, गाय माता की सेवा करने से मनुष्य को मोक्ष की प्राप्ति होती है। उन्होंने कहा कि भागवत जीव को मोक्ष प्रदान करने वाला अद्वितीय ग्रंथ है। यह न केवल आत्मा को पवित्र बनाती है, बल्कि पितरों की मुक्ति का भी परम साधन मानी गई है। श्रीमद् भागवत कथा के श्रवण मात्र से ही मनुष्य के कई कष्ट दूर हो जाते हैं। उन्होंने कहा कि माता-पिता की सेवा करने से कई पुण्य की प्राप्ति होती है, श्रीराम कथा जीवन को संवारती है, तो श्रीमद्भागवत मृत्यु को पावन बनाकर जीव को मुक्ति का मार्ग प्रदान करती है। कलियुग में भागवत श्रवण ही जीव को दुख और बंधन से मुक्त कर सकता है। मनुष्य आधुनिकता की अंधी दौड़ में भाग रहा है, परिवारों में संस्कार कम हो रहे हैं, जिससे मनुष्य परेशान रहता है, भागवत कथा मन से विकारों को हर कर व्यक्ति को सरल मार्ग पर ले आती है। भागवत कथा में आचार्य जयप्रकाश बहुगुणा, मूल पाठी पंडित नवीन उनियाल, पंडित जगदीश खंडूरी, सुभाष उनियाल के साथ पंडित तुषार डिमरी, रोहित नवानी व सचिन शर्मा ने भगवान के सुंदर भजनों से माहौल को भक्ति में बना दिया। टिहरी विधायक किशोर उपाध्याय, ग्राम प्रधान अर्चना कोठारी, बीडीसी सुशील बहुगुणा, पूर्व प्रधान सुधीर बहुगुणा ने भी भगवान का आशीर्वाद प्राप्त किया। इस मौके पर श्रीमद् भागवत कथा आयोजक वीरेंद्र दत्त कोठारी, मदनलाल कोठारी, राकेश कोठारी, रविंद्र कोठारी, माधुरी देवी, विमला देवी, शीला देवी, प्रीति देवी, राजेश कोठारी, रूद्र कोठारी, वैदिक, मोहित कोठारी, रश्मि कोठारी, रितिका, अक्षिता आदि भी उपस्थित थे।