देहरादून:
आशा कोठारी

उत्तराखंड राज्य स्तरीय खेल परिषद के उपाध्यक्ष एवं राज्यमंत्री हेमराज बिष्ट ने आज सवाई मानसिंह स्टेडियम, जयपुर में राजस्थान राज्य क्रीड़ा परिषद के अध्यक्ष श्री नीरज के. पवन (IAS) से शिष्टाचार भेंट की। यह मुलाकात पूरी तरह औपचारिक एवं प्रशासनिक प्रकृति की रही, जिसमें दोनों राज्यों की खेल नीतियों, प्रशिक्षण सुविधाओं और भविष्य की संभावनाओं पर विस्तृत बातचीत की गई।
हेमराज बिष्ट ने उत्तराखंड की वर्तमान खेल गतिविधियों, प्रशिक्षण ढांचे और खिलाड़ियों को दिए जा रहे अवसरों के बारे में विस्तार से जानकारी साझा की। उन्होंने बताया कि उत्तराखंड में मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के नेतृत्व में खेलों को नई गति मिली है। धामी सरकार राज्य में उच्च स्तरीय स्टेडियमों, आधुनिक प्रशिक्षण केंद्रों और खेल प्रतिभाओं की पहचान के लिए लगातार कार्य कर रही है। बिष्ट ने यह भी कहा कि उत्तराखंड सरकार का लक्ष्य है कि राज्य के खिलाड़ी राष्ट्रीय स्तर पर ही नहीं, बल्कि अंतरराष्ट्रीय मंचों पर भी मजबूत प्रदर्शन करें।
इस दौरान नीरज के. पवन (IAS) ने राजस्थान राज्य क्रीड़ा परिषद की वर्तमान गतिविधियों, खेल ढांचे के विकास और खिलाड़ियों को उपलब्ध संसाधनों के बारे में विस्तार से अवगत कराया। उन्होंने बताया कि राजस्थान सरकार की प्राथमिकताओं में खेल सुविधाओं का विस्तार और खिलाड़ियों को वैज्ञानिक प्रशिक्षण उपलब्ध कराना प्रमुख है।
दोनों के बीच इंटर-स्टेट स्पोर्ट्स कोऑर्डिनेशन, संयुक्त प्रशिक्षण शिविर, खिलाड़ियों के आदान–प्रदान और विशेष कोचिंग कार्यक्रमों पर व्यवहारिक रूप से चर्चा की गई। यह माना गया कि यदि उत्तराखंड और राजस्थान अपने–अपने क्षेत्रीय लाभों का उपयोग करेंगे तो इससे दोनों राज्यों के खिलाड़ियों को बेहतर प्रशिक्षण वातावरण मिल सकेगा।
उत्तराखंड का पर्वतीय भूगोल endurance आधारित खेलों के लिए बेहद अनुकूल माना जाता है, जबकि राजस्थान शूटिंग, हॉकी और इंडोर स्पोर्ट्स में उभरता हुआ केंद्र है। इस वजह से, दोनों राज्यों के बीच सहयोग खिलाड़ियों की क्षमताओं को नई दिशा दे सकता है।
हेमराज बिष्ट ने कहा कि “मुख्यमंत्री धामी जी का सपना है कि उत्तराखंड खेलों में देश का अग्रणी राज्य बने, और हमारी पूरी खेल परिषद इसी लक्ष्य की दिशा में कार्य कर रही है।” उन्होंने आशा जताई कि यह मुलाकात दोनों राज्यों के स्पोर्ट्स नेटवर्क को और मजबूत करेगी।
यह मुलाकात भविष्य में उत्तराखंड–राजस्थान खेल सहयोग को एक नई दिशा देने वाली मानी जा रही है।