देहरादून:
आशा कोठारी

आज दिनांक 7.11.2025 को पंडित ललित मोहन शर्मा परिसर के रसायन शास्त्र विभाग एवं आई०क्यू०ए०सी० के सौजन्य से दो दिनों की कार्यशाला (हरित सौंदर्य कौशल ) का उद्घाटन माननीय कुलपति प्रोफेसर एन०के० जोशी ने रूसा ऑडिटोरियम में किया। कार्यशाला के उद्घाटन सत्र में माननीय कुलपति प्रोफेसर जोशी ने कहा कि छात्र-छात्राएं इस तरह के कार्यक्रम से अपना स्टार्टअप प्रारंभ कर स्वावलंबन से एक आत्मनिर्भर भारत के निर्माण में अपना अहम योगदान दे सकते हैं। इस कार्यशाला का उद्देश्य केवल प्रशिक्षण ही नहीं बल्कि आत्मनिर्भरता, उद्यमिता और हरित नवाचार की भावना को जगाना है। प्रोफेसर जोशी ने कहा कि एन०ई० पी०2020 में विश्वविद्यालय द्वारा अपने पाठ्यक्रमों में स्किल डेवलपमेंट कोर्स में अनिवार्य रूप से इस प्रकार के कोर्सों को रखा गया है। इस कार्यशाला में रिसोर्स पर्सन के रूप में डॉक्टर हेमा भंडारी जो वर्तमान में मैत्रयी कॉलेज दिल्ली विश्वविद्यालय के रसायन शास्त्र विभाग में एसोसिएट प्रोफेसर (रसायन शास्त्र) के रूप में कार्यरत हैं, उपस्थित थी। कार्यशाला के समन्वयक प्रोफेसर एस० पी० सती ने सभी आगन्तुको का स्वागत किया।उन्होंने अपने स्वागत भाषण में कहा की व्यवहारिक प्रशिक्षण कार्यशाला से प्रतिभागी स्वरोजगार अपनाकर उद्यमी बनकर प्रदेश की बेरोजगारी की समस्या का समाधान कर सकते हैं। इस कार्यशाला के ऑर्गेनाइजेशन सेक्रेटरी प्रोफेसर राकेश जोशी ने कहा कि यह कार्यशाला विशेष रूप से छात्रों,शोध छात्रों,संकाय सदस्यों और उद्यमियों के लिए डिजाइन की गई है जो टिकाऊ सौंदर्य प्रसाधन उत्पाद के निर्माण में रुचि रखते हैं। इस कार्यशाला को आज ऑफलाइन व ऑनलाइन दोनों माध्यमों से संचालित किया जा रहा है।इसमें उत्तराखंड राज्य के विभिन्न विश्वविद्यालय सहित लखनऊ विश्वविद्यालय,इलाहाबाद विश्वविद्यालय, दिल्ली विश्वविद्यालय, बनारस हिंदू विश्वविद्यालय एवं भीमराव अंबेडकर विश्वविद्यालय आगरा के साथ विभिन्न विश्वविद्यालयों के छात्र-छात्राएं भी आफलाइन तथा ऑनलाइन दोनों माध्यमों से जुड़े रहे।
कार्यशाला के द्वितीय सत्र में रिसोर्स पर्सन डा० भण्डारी ने साबुन व लोशन बनाने का प्रतिभागियों को प्रशिक्षण प्रदान किया। इस हैंड्स ओन ट्रेंनिंग प्रशिक्षण कार्यशाला में आज 132 प्रतिभागी सम्मिलित हए।प्रो० नीता जोशी ने सभी आगन्तुकों तथा प्रतिभागियों का धन्यवाद ज्ञापित किया।
इस अवसर पर परिसर के निदेशक प्रोफेसर एम०एस० रावत, प्रोफेसर एसपी सती, प्रोफेसर कंचन लता सिंह, प्रोफेसर संगीता मिश्रा, प्रोफेसर पुष्पांजलि आर्य, प्रोफेसर अनीता तोमर, डॉक्टर गौरव वाष्णेय,डा० सीमा बेनीवाल, डा० विभा कुमार, प्रोफेसर हितेंद्र सिंह,प्रोफेसर हेमंत परमार,डा० शालिनी रावत,डा० एस०के नोटियाल,डा० एस०के०कुड़ियाल,
डॉ नेहा भट्ट, सुहासिनी अवस्थीमनोज पुंज, वैभवी, साधना ,दीक्षा, आकांक्षा, हर्षिका सहित 132 छात्र छात्राए उपस्थित थे।