आशा कोठारी
डोईवाला/ देहरादून:

शहीद दुर्गमल्ल राजकीय स्नातकोत्तर महाविद्यालय की गृहविज्ञान कीं एसोसीएट प्रो० और विभाग प्रभारी डॉ प्रभा बिष्ट की नई पुस्तक ‘उत्तराखण्ड की पाक विरासत’ का प्रकाशन किया गया। पुस्तक उत्तराखण्ड के ख़ान पान को पहचान दिलवाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगी। डॉ प्रभा के अनुसार पुस्तक में गढ़वाल और कुमाऊँ के ग्रामीण अंचल के भोजन को उसकी पौष्टिकता के आधार पर बताया गया है ताकि विद्यार्थी अपने भोजन का महत्व समझ सकें। महाविद्यालय प्राचार्य प्रो डी सी नैनवाल जी ने समस्त महाविद्यालय परिवार के साथ डॉ प्रभा को शुभ कामनाएँ दी। मीडिया प्रभारी डॉ राखी पंचोला के अनुसार डॉ प्रभा को पूर्व में यंग साइंटिस्ट अवार्ड भी प्रदान किया गया है। इससे पूर्व भी डॉ प्रभा की 3 पुस्तकें प्रकाशित हो चुकीं हैं।वर्तमान समय में मोटे अनाजों का प्रचलन बढ़ा है पुस्तक बताती है की उत्तराखण्ड में मोटे अनाजों को किस किस रूप में भोजन में लियाजाता था। पुस्तक गृहविज्ञान के विषय के लिय तो ज़रूरी है ही अन्य विषयों के लिय भी लाभदायक होगी।